भारत सरकार द्वारा सुगम्य भारत एप्प को दिव्यांगजनों और बुजुर्ग नागरिकों के लिए लॉन्च किया गया है। इस एप्प का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगजनों की पहुंच संबंधी समस्याओं को दूर करना है, जिसमें सार्वजनिक स्थानों, इमारतों और परिवहन के क्षेत्र में एक्सेसबिलिटी बढ़ाने पर जोर दिया गया है। यह एप्प एक तरह से सरकारी संस्थानों और सेवाओं को दिव्यांगजनों के लिए अधिक सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सुगम्य भारत एप्प का परिचय
सुगम्य भारत एप्प को 2021 में लॉन्च किया गया था, और इसका उद्देश्य दिव्यांगजनों और बुजुर्गों को उनके रोज़मर्रा के जीवन में आने वाली एक्सेसबिलिटी समस्याओं को आसानी से दर्ज कराना है। इसके ज़रिए, उपयोगकर्ता फोटो के साथ एक्सेसबिलिटी मुद्दों की रिपोर्ट दर्ज कर सकते हैं, जिससे सरकार तुरंत आवश्यक कार्रवाई कर सके।
सुगम्य भारत एप्प के मुख्य फ़ीचर्स
इस एप्प में कई उपयोगी फीचर्स हैं:
- शिकायत दर्ज करना: उपयोगकर्ता विभिन्न सार्वजनिक स्थानों या इमारतों से जुड़े एक्सेसबिलिटी समस्याओं को फोटो के साथ रिपोर्ट कर सकते हैं।
- एआई सपोर्ट: इसमें AI आधारित चैटबॉट का सपोर्ट मिलता है, जो उपयोगकर्ताओं की शिकायतों को सुगमता से दर्ज करने में मदद करता है।
- भाषा सपोर्ट: एप्प में कई भारतीय भाषाओं में इंटरफेस है, ताकि देशभर के लोग इसे आसानी से उपयोग कर सकें।
- सरकारी साझेदारी: एप्प को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सरकार ने विभिन्न एनजीओ और रिसर्च संस्थानों के साथ साझेदारी की है, जिसमें आईआईटी कानपुर भी शामिल है।
एप्प से जुड़े आंकड़े और सफलता
साल 2021 से 2024 तक इस एप्प पर 1441 से अधिक शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से लगभग 75% मामलों का समाधान हो चुका है। आरटीआई रिपोर्ट्स के मुताबिक, एप्प के लॉन्च के बाद से विभिन्न शिकायतों का रिकॉर्ड दर्ज किया गया है, जो कि इस एप्प की सफलता का संकेत है। एप्प की मदद से सरकार ने दिव्यांगजनों के जीवन में एक बड़ा बदलाव लाने की कोशिश की है, जिससे उनके रोजमर्रा के जीवन में आने वाली समस्याएं कम हो रही हैं।
सुगम्य भारत अभियान
यह एप्प भारत सरकार के “सुगम्य भारत अभियान” का हिस्सा है, जो दिव्यांगजनों के लिए एक सुलभ वातावरण बनाने के उद्देश्य से 2015 में शुरू किया गया था। इस अभियान का लक्ष्य सरकारी इमारतों, सार्वजनिक परिवहन और अन्य सुविधाओं को दिव्यांगजनों के लिए अधिक सुलभ बनाना है। एप्प इसी अभियान के तहत एक कदम है, जिसमें तकनीकी सहायता और नागरिकों की भागीदारी से एक बड़ा परिवर्तन लाने का प्रयास किया जा रहा है।
एप्प को और कैसे बेहतर बनाया जा सकता है?
सरकार की योजना इस एप्प को और भी उन्नत करने की है। इसमें एक्सेसबिलिटी संबंधित तकनीकी सुधार लाने के लिए इंफॉर्मेशन और कम्युनिकेशन तकनीक (ICT) का प्रयोग किया जाएगा। इसके अलावा, इसे देशभर में लागू करने के लिए विभिन्न एनजीओ और संस्थानों के साथ साझेदारी की जाएगी, ताकि सभी राज्य और क्षेत्रों के दिव्यांगजन इसका लाभ उठा सकें।
आईआईटी और एक्सेसबिलिटी कोर्सेज़
सरकार ने एक्सेसबिलिटी के मुद्दों को हल करने के लिए आईआईटी कानपुर के साथ एक विशेष कोर्स तैयार किया है, जो विकलांग लोगों के लिए एक्सेसिबल बिल्डिंग्स के निर्माण में मदद करेगा। यह कोर्स अन्य 27 संस्थानों में भी पेश किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स एक्सेसबिलिटी के महत्व को समझ सकें और भविष्य में इस क्षेत्र में काम कर सकें।